गिरीश शर्मा " सफलता की कहानी "
जिनके अंदर सफल होने की हसरत हो और संघर्ष का हौसला जीवन में कभी भी कुछ भी उनके लिए असंभव नहीं रहता ऐसी ही एक कहानी गिरीश शर्मा की है बचपन में ही अपना एक पैर गवाने के बाद भी उन्हें कभी अपने आप को कमजोर लाचार नहीं समझा और हमेशा सामान्य आदमी की तरह अपने जीवन को जीने का प्रयास किया और उसमें सफलता भी पाई है। आज उन्हीं की कहानी सफलता की कहानी आइए पढ़ते हैं । गिरीश शर्मा " सफलता की कहानी " कहते हैं :- कदम निरंतर चलते जिनके, श्रम जिनका अविराम है। विजय सुनिश्चित होती उनकी, घोषित यह परिणाम है। यह पंक्तियां गिरीश शर्मा के ऊपर पूर्ण रुप से लागू होती है आपने बचपन से ही निरंतर अथक मेहनत कि और संघर्षपूर्ण जीवन से वह सफलता हासिल की जो आज एक सामान्य आदमी भी नहीं कर सकता है। इंसान जिंदगी में कुछ अच्छा करना चाहता है,सफलता पाना चाहता है लेकिन सफलता ना पाने के पीछे उसका कोई ना कोई बहाना होता है हर एक इंसान के अंदर कोई ना कोई कमजोरी होती है और वही कमजोरी उसके बहाने का रुप ले लेती है.आज मैं आपको जिस इंसान के बारे में बताने वाला हूं उसके बारे में जानकर आप हैरत में पड़ जाएंगे क्योंकि उनके पास एक