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आरती डोगरा "असफलता की कहानी "

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आरती डोगरा " सफलता की कहानी " आईएएस आरती डोगरा ने अपनी कामयाबियों के सफर में कभी अपने कद (3 फुट, 2 इंच) को आड़े नहीं आने दिया। राजस्थान में अपने स्वच्छता मॉडल ‘बंको बिकाणो’ से पीएमओ तक मुग्ध कर देने वाली उत्तराखंड के कर्नल पिता की बिटिया आरती डोगरा राजस्थान ही नहीं पूरे देश के प्रशासनिक वर्ग में एक नई मिसाल बन चुकी हैं। आरती डोगरा राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर कई बार सम्मानित हो चुकी हैं। उन्होंने अपनी सफलता की राह में कभी अपने कद को बाधक नहीं बनने दिया। वह जोधपुर डिस्कॉम का प्रबंध निदेशक भी रह चुकी हैं। इस पद पर नियुक्त होने वाली वे पहली महिला आईएएस अधिकारी रही हैं। राजस्थान के बीकानेर और बूंदी जिलों में कलक्टर रह चुकीं आरती डोगरा अब अजमेर की नई कलेक्टर नियुक्त की गई हैं। वह कद में तो मात्र तीन फुट छह इंच की हैं लेकिन खुले में शौच से मुक्ति के लिए शुरू हुए उनके स्वच्छता मॉडल ‘बंको बिकाणो’ पर पीएमओ भी मुग्ध हो चुका है। वर्ष 2006 बैच की आईएएस आरती डोगरा दून के विजय कॉलोनी की रहने वाली हैं। उनके पिता कर्नल राजेन्द्र डोरा सेना में अधिकारी और मां कुमकुम स्कूल में प्रिसिंपल रह...

मुख्यमंत्री स्वरोजगार एवं आर्थिक कल्याण योजना के लिये आवेदन ऑनलाईन आमंत्रित

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मुख्यमंत्री स्वरोजगार एवं आर्थिक कल्याण योजना के लिये आवेदन ऑनलाईन आमंत्रित - टीकमगढ़ | 06-मई-2018     सहायक संचालक हाथकरघा, निवाड़ी, जिला टीकमगढ़ ने बताया है कि वित्तीय वर्ष 2018-19 हेतु हाथकरघा विभाग द्वारा संचालित मुख्यमंत्री स्वरोजगार एवं आर्थिक कल्याण योजना के अंतर्गत उद्योग स्थापित करने हेतु आवेदन पत्र एमपी ऑनलाईन के माध्यम से स्वीकार किये जायेंगे। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजनान्तर्गत उद्योग, सेवा तथा व्यवसाय स्थापित करने हेतु विभाग द्वारा सामान्य वर्ग के पुरूष के लिये परियोजना लागत का 15 प्रतिशत, (अधिकतम एक लाख रूपये) तथा बीपीएल, अनूसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग (क्रीमिलियर को छोड़कर) महिला, अल्पसंख्यक, निःशक्तजन (दिव्यांग) हेतु परियोजना लागत का 30 प्रतिशत (अधिकतम दो लाख रूपये) मार्जिनमनी अनुदान सहायता उपलब्ध करायी जायेगी। विभाग द्वारा 5 प्रतिशत की दर से ब्याज अनुदान भी उपलब्ध कराया जायेगा (अधिकतम सीमा 25000 रूपये होगी)। इस हेतु आवेदक की आयु 18 से 45 वर्ष निर्धारित है एवं पांचवी कक्षा उत्तीर्ण होना अनिवार्य है।        मुख्यमंत...

विकलांग मंच खण्डवा " पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्र की एक इंटरनेशनल कंपनी मे उपलब्ध कराएगा 400 दिव्यांगो को रोजगार

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विकलांग मंच खण्डवा " पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्र की एक इंटरनेशनल कंपनी मे उपलब्ध कराएगा 400 दिव्यांगो को रोजगार _____________________________ " विशेष दिव्यांग रोजगार मेला " खंडवा:-  खंडवा जिले का विकलांग मंच महू औद्योगिक क्षेत्र की एक इंटरनेशनल कंपनी में 400 दिव्यांगों की रोजगार की संभावनाओं को पूरा करने जा रहा है। विकलांग मंच ने दिव्यांगों के लिए कंपनी के प्रबंधन से बात की है और कंपनी की एक यूनिट में सभी दिव्यांगो को स्वरोजगार दिए जाने की बात कंपनी ने कही है। इसी संदर्भ में खंडवा विकलांग मंच के   प्रतिनिधिमंडल ने खंडवा जिला कलेक्टर से भी संपर्क किया और उनसे इस संदर्भ में सहयोग की मांग की। खंडवा जिला प्रशासन ने भी इस दिव्यांग रोजगार मेले में अपनी तरफ से पूर्ण सहयोग देने की बात कही  है। इस विषय में विकलांग मंच इंदौर संभाग के सभी जिलों के दिव्यांग जिला एवं तहसील प्रतिनिधियों के साथ के साथ एक बैठक  आवश्यक बैठक दिनांक 13 मई 2018 को पार्वतीबाई धर्मशाला खंडवा में आयोजित कर रहा है। अतः सभी दिव्यांग जिला एवं तहसील प्रतिनिधियों से अनुरोध है कि  इस बैठक में इंदौ...

दिव्यांगो के प्रमाण पत्र बनाने हेतु अनुभाग स्तर पर प्रतिमाह बैठेगा मेडिकल बोर्ड - 

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दिव्यांगो के प्रमाण पत्र बनाने हेतु अनुभाग स्तर पर प्रतिमाह बैठेगा मेडिकल बोर्ड - बड़वानी | 03-मई-2018    दिव्यांगों के मेडिकल प्रमाण पत्र बनवाने हेतु प्रति माह अनुभाग स्तर पर मेडिकल बोर्ड बैठेगा। इस मेडिकल बोर्ड के समक्ष उस क्षेत्र के नगर निकायों के सीएमओ एवं जनपदो के सीईओ अपने क्षेत्र के दिव्यांगों के समुचित दस्तावेजों के साथ लाकर प्रमाण पत्र बनवाकर उसे आनलाईन करवायेंगे। जिससे दिव्यांगों को मिलने वाले विभिन्न लाभों एवं सहूलियतों के लिए इधर-उधर भटकना न पड़े।    कलेक्टर श्री तेजस्वी एस नायक ने गुरूवार को कलेक्ट्रेट सभागृह में आयोजित बैठक में उक्त निर्देश जिले के समस्त जनपदों के सीईओ एवं नगर निकायों के सीएमओ को दिये। बैठक में कलेक्टर ने बताया कि प्रति मंगलवार को जिला चिकित्सालय में मेडिकल बोर्ड बैठता है, जो दिव्यांगों सहित अन्य प्रमाण पत्र बनाने का कार्य सतत् करता है। किन्तु दिव्यांगों की स्थिति को देखते हुए अब प्रत्येक माह के दूसरे सोमवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पानसेमल, तीसरे सोमवार सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सेंधवा, चौथे सोमवार सामुदायिक स्वास्थ्य के...

गिरीश शर्मा " सफलता की कहानी "

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जिनके अंदर सफल होने की हसरत हो और संघर्ष का हौसला जीवन में कभी भी कुछ भी उनके लिए असंभव नहीं रहता ऐसी ही एक कहानी गिरीश शर्मा की है बचपन में ही अपना एक पैर गवाने के बाद भी उन्हें कभी अपने आप को कमजोर लाचार नहीं समझा और हमेशा सामान्य आदमी की तरह अपने जीवन को जीने का प्रयास किया और उसमें सफलता भी पाई है। आज उन्हीं की कहानी सफलता की कहानी आइए पढ़ते हैं । गिरीश शर्मा " सफलता की कहानी " कहते हैं :- कदम निरंतर चलते जिनके, श्रम जिनका अविराम है। विजय सुनिश्चित होती उनकी, घोषित यह परिणाम है। यह पंक्तियां गिरीश शर्मा के ऊपर पूर्ण रुप से लागू होती है आपने बचपन से ही निरंतर अथक मेहनत कि और संघर्षपूर्ण जीवन से वह सफलता हासिल की जो आज एक सामान्य आदमी भी नहीं कर सकता है। इंसान जिंदगी में कुछ अच्छा करना चाहता है,सफलता पाना चाहता है लेकिन सफलता ना पाने के पीछे उसका कोई ना कोई बहाना होता है हर एक इंसान के अंदर कोई ना कोई कमजोरी होती है और वही कमजोरी उसके बहाने का रुप ले लेती है.आज मैं आपको जिस इंसान के बारे में बताने वाला हूं उसके बारे में जानकर आप हैरत में पड़ जाएंगे क्योंकि उनके पास एक ...

हेलन केलर " सफलता की कहानी "

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कहते हैं जब सारे  दरवाजे बंद हो जाते हैं तो भगवान एक खिड़की खोल देता है , लेकिन अक्सर हम बंद हुए दरवाजे की ओर इतनी देर तक देखते रह जाते हैं कि खुली हुई खिड़की की ओर हमारी दृष्टी भी नही जाती। ऐसी परिस्थिति में जो अपनी दृण इच्छाशक्ति से असंभव को संभव बना देते हैं, वो अमर हो जाते हैं।दृण संकल्प वह महान शक्ति है जो मानव की आंतरिक शक्तियों को विकसित कर प्रगति पथ पर सफलता की इबारत लिखती है। मनुष्य के मजबूत इरादे दृष्टीदोष, मूक तथा बधिरता को भी परास्त कर देते हैं। अनगिनत लोगों की प्रेरणा स्रोत, नारी जाति का गौरव मिस हेलेन केलर शरीर से अपंग पर मन से समर्थ महिला थीं। उनकी दृण इच्छा शक्ति ने दृष्टीबाधिता, मूक तथा बधिरता को पराजित कर नई प्रेरणा शक्ति को जन्म दिया। हेलन केलर " सफलता की कहानी " 27 जून 1880 को जन्म लेने वाली ये बालिका 6 महिने में घुटनो चलने लगी और एक वर्ष की होने पर बोलने लगी। जब 19 माह की हुईं तो एक साधारण से ज्वर ने हँसती-खेलती जिंदगी को ग्रहण लगा दिया। ज्वर तो ठीक हो गया किन्तु उसने हेलन केलर को दृष्टीहीन तथा बधिर बना दिया। सुन न सकने की स्थिती में बोलना भी असंभव ह...

दिव्यांग कर्मचारियो को वृत्तिकर से छूट

दिव्यांग कर्मचारियो को वृत्तिकर से छूट - रायसेन | 22-अप्रैल-2018      राज्य शासन द्वारा शासकीय सेवा में नियुक्त शारीरिक रूप से दिव्यांग व्यक्तियों को वृत्तिकर से छूट संबंधी प्र...